
भारतीय नौसेना ने हाल ही में उत्तरी अरब सागर में ब्रिटेन के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ एक संयुक्त समुद्री अभ्यास (पैसेज एक्सरसाइज) में भाग लिया। यह अभ्यास दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी सहयोग और संचालन की संगतता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।
अभ्यास के दौरान, भारतीय नौसेना की ओर से गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर आईएनएस कोलकाता और फ्लीट टैंकर आईएनएस शक्ति ने भाग लिया, वहीं ब्रिटिश रॉयल नेवी की ओर से एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स और उसके सहयोगी जहाज शामिल हुए। इस समुद्री अभियान में संचार, जटिल युद्धाभ्यास और हेलिकॉप्टर संचालन जैसे विभिन्न सामरिक अभ्यास शामिल थे।
यह अभ्यास ना केवल क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास है, बल्कि भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा सहयोग की बढ़ती गहराई को भी दर्शाता है। इस तरह के अभ्यास समुद्री क्षेत्र में शांति, स्थायित्व और सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ब्रिटेन का कैरियर स्ट्राइक ग्रुप, जिसमें अत्याधुनिक विमानवाहक पोत एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स शामिल है, वर्तमान में वैश्विक समुद्री तैनाती के हिस्से के रूप में विभिन्न देशों की नौसेनाओं के साथ सहयोगात्मक अभ्यास कर रहा है।
भारतीय नौसेना का यह सक्रिय भागीदारी, देश की ‘सुरक्षित समुद्र, सुरक्षित राष्ट्र’ की नीति को मजबूती प्रदान करती है और मित्र राष्ट्रों के साथ रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाती है।