कांग्रेस में मंडल अध्यक्ष की कुर्सी बनी पावर सेंटर, पद पाने के लिए तेज़ हो गई जुगाड़बाज़ी,

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी द्वारा मंडल-सेक्टर समितियों के गठन को लेकर चल रही कवायद अब निर्णायक मोड़ पर है। पार्टी की रणनीति के तहत प्रत्येक मंडल में एक अध्यक्ष के साथ 21 सदस्यीय समिति बनाई जा रही है। इसके साथ ही तीन उपाध्यक्ष, तीन सचिव और तीन सह-सचिवों की नियुक्ति भी प्रस्तावित है। यह पूरी संरचना मंडल अध्यक्ष को एक प्रभावशाली और शक्तिशाली पद बना रही है।
इस वजह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच मंडल अध्यक्ष बनने की होड़ मच गई है। जानकारी के अनुसार हर ब्लॉक क्षेत्र से करीब 5-7 नामों की अनुशंसा की जा रही है, जबकि पद सीमित हैं। यही कारण है कि अब जोड़-तोड़, सिफारिश और गुटबाज़ी का दौर भी सामने आ रहा है।
भ्रष्टाचार में लिप्त और निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को नहीं मिलेगी जगह
पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को समिति में स्थान नहीं दिया जाएगा जो अतीत में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहा हो या निष्क्रिय रहा हो। साथ ही किसी प्रकार का आपराधिक या भ्रष्टाचार से जुड़ा इतिहास रखने वालों को सूची से बाहर रखने के निर्देश प्रदेश नेतृत्व ने जिला इकाइयों को दिए हैं।
सूची आज होगी जारी, समिति चयन पर अंतिम मुहर का इंतजार
प्रदेश नेतृत्व द्वारा आज ही प्रत्येक ब्लॉक से सभी मंडलों की सूची मंगाई गई है, और संभावना है कि देर शाम तक आधिकारिक सूची जारी कर दी जाएगी। यह सूची प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से अनुमोदित होकर जिला और ब्लॉक समितियों को भेजी जाएगी।
रेलवे क्षेत्रों में विशेष रणनीति: राजा और साईं को मिल सकती है अहम जिम्मेदारी
रेलवे क्षेत्र जैसे खास इलाकों में मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति में पार्टी की रणनीति बेहद सोच-समझकर बनाई गई है। बिलासपुर शहर के राजा चौक, साईं मंदिर, सिरगिट्टी, मुंगेली, तोरवा, और बेलतरा क्षेत्र में मंडल प्रमुख की नियुक्ति में जातिगत समीकरणों, पुराने मतभेद और बूथ स्तर की मजबूती को आधार बनाया गया है।
सूत्रों के अनुसार, राजा चौक और साईं क्षेत्र से दो प्रभावशाली नेताओं के नामों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि यदि इन क्षेत्रों में मज़बूत नेतृत्व दिया गया तो आने वाले निकाय और विधानसभा चुनावों में बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
गौवंश संरक्षण को लेकर कांग्रेस की “कांवड़ यात्रा” आज
इधर, कांग्रेस पार्टी द्वारा गौवंश संरक्षण के मुद्दे को लेकर आज जिले भर में कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष की अगुवाई में बिलासपुर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में यह यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें धार्मिक संगठनों और पार्टी कार्यकर्ताओं की भागीदारी रहेगी।
इस यात्रा का उद्देश्य न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को जागृत करना है, बल्कि ग्रामीण मतदाताओं के बीच कांग्रेस की सक्रियता का प्रदर्शन करना भी है। यह यात्रा छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिदृश्य में कांग्रेस के जनसंपर्क कार्यक्रमों की एक अहम कड़ी मानी जा रही है।
: मंडल स्तर की राजनीति में बढ़ती सरगर्मी
मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बढ़ती सक्रियता यह साफ दर्शाती है कि यह पद केवल संगठनात्मक नहीं, बल्कि राजनीतिक प्रभाव का केंद्र बन चुका है। आगामी चुनावों को देखते हुए पार्टी नेतृत्व इस बार पूरी सतर्कता से नियुक्तियाँ कर रहा है। देखना होगा कि किसे मिलेगी पावर की चाबी और कौन रह जाएगा जुगाड़ में पीछे।
रिपोर्टर: आज़ाद भारत न्यूज़, बिलासपुर ब्यूरो
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