दुर्ग : दुर्ग और भिलाई के नगर निगम क्षेत्र के नागरिक इन दिनों गंभीर बिजली संकट का सामना कर रहे हैं। ट्विन सिटी में लगातार बिजली की कटौती की जा रही है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। शहर के कई हिस्सों में स्ट्रीट लाइटें या तो पूरी तरह नदारद हैं, या फिर वर्षों से बंद पड़ी हैं। कहीं लाइट के खंभे हैं, लेकिन उन पर लाइटें नहीं लगाई गईं, और कहीं लाइटें हैं, मगर लंबे समय से खराब पड़ी हैं।

बिजली कटौती की सूचना दिए बिना की जा रही सप्लाई बंदी से लोग बेहद परेशान हैं। दिन हो या रात, कभी भी बिजली कई-कई घंटों के लिए चली जाती है। गंजपारा, सुभाष चौक, स्टेशन रोड और रिसाली रोड जैसे प्रमुख व व्यस्त इलाकों में रात के समय घना अंधेरा छा जाता है, जिससे खासकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाएं और चोरी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं।

नगर निगम क्षेत्र में लगभग 25 हजार बिजली खंभे लगे हैं, जिनमें से करीब 6 हजार में स्ट्रीट लाइटें नहीं हैं। इनमें 4 हजार खंभे हाल ही में लगाए गए हैं, लेकिन अभी तक इन पर लाइट लगाई नहीं गई है। बाकी 2 हजार खंभों पर लगी पुरानी लाइटें खराब हैं और उनकी मरम्मत लटकी हुई है। इस संकट की एक बड़ी वजह यह भी है कि जिम्मेदार एजेंसी EESL ने बकाया भुगतान न मिलने पर मरम्मत का कार्य रोक दिया है।

वहीं, स्थानीय विधायक गजेंद्र यादव ने इस स्थिति को लेकर नगर निगम के अधिकारियों और महापौर को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्ट्रीट लाइटों की तत्काल मरम्मत और बिजली कटौती की समस्या पर ध्यान देने को कहा है। विधायक ने बताया कि पहले भी इस समस्या को लेकर 40 लाख रुपये की राशि विधायक निधि से जारी की गई थी, जिससे 706 नए पोल और 31 ट्रांसफार्मर लगाए गए थे। अब फिर से बिजली व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है और खराब लाइटों को बदला जा रहा है। जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है।

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