
भिलाई। अमलेश्वर थाना क्षेत्र के ग्राम खम्हरिया में महिला और उसके बेटे की हत्या के सनसनीखेज मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। इस दोहरे हत्याकांड में गांव के दो चचेरे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान छत्रपाल सिंगौर (26) और शुभम कुमार सिंगौर (22) के रूप में हुई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी छत्रपाल पर महिला बार-बार शादी का दबाव बना रही थी, जिससे तंग आकर उसने अपने भाई के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
शव दो अलग-अलग कुओं में पाए गए थे
रविवार को खम्हरिया गांव में दो कुओं से महिला और एक मासूम बच्चे के शव बरामद हुए थे। दोनों शव बोरियों में बंद थे और उन्हें भारी पत्थरों से बांधकर फेंका गया था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को बाहर निकाला। शव काफी सड़ चुके थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने एसआईटी का गठन किया और आरोपियों की तलाश शुरू की।
इंस्टाग्राम से शुरू हुआ रिश्ता, शादी का झांसा देकर बनाए संबंध
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि रायपुर निवासी सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी (32) की इंस्टाग्राम पर छत्रपाल सिंगौर से पहचान हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और छत्रपाल ने सुनीता से शादी का वादा किया। सुनीता ने बताया था कि वह विधवा है और अपने आठ वर्षीय बेटे काव्यांश के साथ रायपुर में माता-पिता के साथ रहती है। छत्रपाल ने भी खुद को अविवाहित बताया और भरोसा दिलाया कि वह उससे विवाह करेगा।
हालांकि, कुछ समय बाद छत्रपाल की गुपचुप तरीके से शादी हो गई, लेकिन सुनीता को इस बारे में जानकारी नहीं दी गई। जब सुनीता ने उस पर शादी का दबाव बनाना शुरू किया, तो आरोपी ने उससे पीछा छुड़ाने की साजिश रच डाली।
18 जून को की गई थी हत्या
छत्रपाल ने 18 जून को सुनीता और उसके बेटे को रायपुर से खम्हरिया बुलाया। वह उन्हें अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटी पर गांव ले गया, जहां उसका चचेरा भाई शुभम पहले से मौजूद था। दोनों आरोपियों ने सुनसान खेत में मां-बेटे का गला घोंटकर हत्या कर दी। बाद में शवों को साड़ी में लपेटकर बोरियों में बंद किया और भारी पत्थर बांधकर अलग-अलग कुओं में फेंक दिया ताकि सबूत न मिल सके।
गुमशुदगी दर्ज थी रायपुर में
मृतका सुनीता और उसका बेटा 18 जून से लापता थे। परिजनों ने सिविल लाइन थाना, रायपुर में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनका मोबाइल भी उसी रात से बंद हो गया था। पुलिस ने छानबीन के दौरान सुनीता को आखिरी बार छत्रपाल के साथ देखे जाने की जानकारी जुटाई, जिससे पूरे मामले की परतें खुलती चली गईं। अब दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और आगे की जांच जारी है।