
रायपुर। शहर के एक चर्चित आपराधिक प्रकरण में बड़ी प्रशासनिक हलचल देखने को मिली है। तोमर बंधुओं के खिलाफ दर्ज चार गंभीर मामलों की जांच कर रहे थाना प्रभारी योगेश कश्यप का अचानक तबादला कर दिया गया है। इस कदम से पुलिस विभाग और राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, निरीक्षक योगेश कश्यप ने तोमर बंधुओं के विरुद्ध जिन धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की थी, वे गंभीर आपराधिक प्रकृति की थीं। इन मामलों में धमकी, धोखाधड़ी, मारपीट और अवैध कब्जे जैसी शिकायतें शामिल थीं। पुलिस ने आरोपियों के घरों पर छापेमारी भी की थी, जिसमें एक पिस्टल, कारतूस, भारी मात्रा में आभूषण और लगभग 37 लाख रुपये नकद बरामद हुए थे।
कश्यप का तबादला ऐसे समय में हुआ है जब मामले की जांच प्राथमिक स्तर से आगे बढ़ रही थी। अचानक हुए तबादले को विभागीय प्रशासनिक प्रक्रिया बताया जा रहा है, लेकिन जानकारों का मानना है कि जांच की दिशा और बढ़ते दबाव को देखते हुए यह फैसला सवालों के घेरे में है।
निरीक्षक योगेश कश्यप रायपुर स्थानांतरण से पहले बिलासपुर में उपनिरीक्षक के रूप में पदस्थ थे। रायपुर में उनका कार्यकाल ढाई वर्षों से अधिक का रहा है। वे पिछले 14 महीनों से पुरानी बस्ती थाना में तैनात थे और यहीं पर पदोन्नत होकर निरीक्षक बने थे।
अब जब कश्यप का स्थानांतरण हो चुका है, तो यह देखना अहम होगा कि मामले की जांच को आगे कौन अधिकारी संभालता है और क्या निष्पक्ष कार्रवाई की दिशा बनी रहती है या यह मामला भी अन्य चर्चित प्रकरणों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों के बीच इस कार्रवाई को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। अधिकतर लोगों की मांग है कि मामले की पारदर्शी जांच जारी रहे ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो सके।