दोहा, कतर।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से आने वाले 22 वर्षीय आदिवासी धावक अनिमेष कुजुर ने पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। उन्होंने 26वीं एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 200 मीटर दौड़ में 20.32 सेकंड का समय निकालते हुए कांस्य पदक जीत लिया। यह सिर्फ एक पदक नहीं, बल्कि राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है।

इससे पहले का राष्ट्रीय रिकॉर्ड 20.40 सेकंड था, जो खुद अनिमेष के नाम था। इस बार उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया और भारतीय एथलेटिक्स को नई ऊंचाई दी।

कौन हैं अनिमेष कुजुर?

मूलतः छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के रहने वाले हैं।

आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जिन्होंने सीमित संसाधनों के बीच अपने सपनों को पंख दिए।

पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन किया है।

200 मीटर और 400 मीटर रेस में उनकी गिनती देश के सबसे तेज धावकों में होती है।

‍♂️ रिकॉर्ड ब्रेकिंग रेस की कहानी

फाइनल रेस में मुकाबला बेहद कड़ा था, लेकिन अनिमेष की ताकत, संतुलन और आत्मविश्वास ने उन्हें आगे निकाला।
उन्होंने 20.32 सेकंड में रेस पूरी कर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

यह समय अब तक किसी भारतीय धावक द्वारा 200 मीटर में तय किया गया सबसे तेज़ समय है।

आदिवासी युवा के लिए प्रेरणा

अनिमेष की यह सफलता सिर्फ खेल की नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की भी कहानी है।
एक आदिवासी युवा, जिसने संघर्ष, संसाधन की कमी और सीमित अवसरों के बावजूद विश्वस्तरीय उपलब्धि हासिल की।

उनकी यह जीत देश के दूरस्थ गांवों और जंगलों में रहने वाले हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी।

बधाइयों का तांता

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री सहित कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं, खिलाड़ियों और सामाजिक संगठनों ने अनिमेष को बधाई दी।
सोशल मीडिया पर #AnimeshKujur और #JaiJohar ट्रेंड कर रहा है।

अनिमेष ने कहा – “मैंने सिर्फ अपने लिए नहीं, पूरे देश और अपने समाज के लिए दौड़ा”

अंतिम पंक्ति:
अनिमेष कुजुर की दौड़ ने सिर्फ ट्रैक पर जीत नहीं दिलाई, बल्कि देश को दिखाया कि असली भारत जंगलों से भी दौड़ कर आता है।
Jai Johar – Jai Bharat!  Aazad Bharat | जन-जन की आवाज
[इस खबर को शेयर करें ताकि हर युवा को मिले उम्मीद और हौंसले की रफ्तार]

200 मीटर की दौड़ के वीडियो देखें- https://x.com/Mujhe_drugs_do/status/1932727492856692848?t=S2ABaeo2uRqeEn5hrX7Ozg&s=19

Loading