रायपुर ब्रेकिंग न्यूज़- मंत्री गजेंद्र यादव की बड़ी कार्यवाही – शिक्षा विभाग के जेडी हेमंत उपाध्याय निलंबित।

रायपुर/दुर्ग। छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग में शुक्रवार (12 सितंबर) को बड़ी कार्रवाई हुई है। दुर्ग संभाग के संयुक्त संचालक (जेडी) हेमंत उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है। यह फैसला विभाग ने उस समय लिया जब उनकी पदस्थापना को मात्र 22 दिन ही हुए थे।
सरगुजा प्रकरण बना निलंबन की वजह
जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि हेमंत उपाध्याय पर सरगुजा में पदस्थ रहने के दौरान गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगे थे। उन पर स्वेच्छाचारिता और अनुशासनहीनता बरतने का आरोप है। विभाग ने इसको छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन माना है।
आदेश के मुताबिक उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से डीपीआई (निदेशक, लोक शिक्षण संचालनालय, रायपुर) में अटैच कर दिया गया है।

20 अगस्त को ही संभाली थी जिम्मेदारी
हेमंत उपाध्याय ने 20 अगस्त 2025 को ही दुर्ग संभाग के संयुक्त संचालक का पदभार ग्रहण किया था। यानी वे सिर्फ 22 दिन पहले ही इस पद पर नियुक्त हुए थे। ज्वाइन करने के बाद वे लगातार दुर्ग संभाग के विभिन्न जिलों और स्कूलों का निरीक्षण कर रहे थे। लेकिन इस बीच ही उनके सरगुजा कार्यकाल से जुड़े मामलों में विभाग ने जांच कर कार्रवाई करते हुए निलंबन का आदेश जारी कर दिया।

पहले भी रह चुके हैं विवादों में
यह पहला अवसर नहीं है जब हेमंत उपाध्याय पर विभागीय कार्रवाई हुई हो। इससे पहले भी वे सहायक शिक्षकों के प्रमोशन और ट्रांसफर प्रकरण में मनमानी और अनियमितताओं के आरोप में निलंबित हो चुके हैं। उस समय भी उन्हें लंबे समय तक डीपीआई में अटैच रहना पड़ा था। सरकार बदलने के बाद उन्हें जेडी के पद पर पदस्थ किया गया था।
मंत्री की पहली सख्त कार्रवाई
नए स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी यह पहली बड़ी कार्रवाई की है। इसे उनकी सख्त कार्यशैली का संकेत माना जा रहा है। इस बीच विभाग ने दुर्ग संभाग का अतिरिक्त प्रभार डीपीआई में पदस्थ डिप्टी डायरेक्टर आर.एल. ठाकुर को सौंप दिया है।
शिक्षा जगत में चर्चा तेज
दुर्ग संभाग के जेडी स्तर के अफसर पर हुई इस कार्रवाई की चर्चा पूरे प्रदेश में तेज हो गई है। कई जानकार इसे शिक्षा मंत्री की ओर से प्रशासनिक ढर्रे को अनुशासन में लाने की शुरुआत मान रहे हैं।