जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर खोंगसरा में सम्पन्न, जनप्रतिनिधियों ने रखी समस्याएं और सुझाव

आजाद भारत न्यूज़ से प्रदीप पांडेय की रिपोर्ट-खोंगसरा (कोटा, बिलासपुर):
2 अगस्त को खोंगसरा में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर सुशासन तिहार अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया था, जिसमें जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने आमजन की समस्याओं को सुना और मौके पर कुछ आवेदनों का निराकरण भी किया।
शिविर में जनपद सदस्य कांति बलराम मरावी ने टटियार,खोंगसरार, मोहली, आमागोहन पंचायत और अन्य आश्रित ग्राम की जमीनी समस्याओं को प्रमुखता से अधिकारियों के समक्ष रखा। मुख्य मुद्दों में बैंक की सुविधा का अभाव, स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर और स्टाफ की कमी, एवं विद्युत व्यवस्था के लिए कर्मचारियों की व्यवास्था शामिल थी।


प्रमुख मांगें:
ग्रामीण क्षेत्र में नजदीकी बैंक शाखा की स्थापना
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में MBBS डॉक्टर की पदस्थापना
बिजली विभाग में पर्याप्त कर्मचारियों की नियुक्ति।
जनप्रतिनिधि राजेश पांडेय ने की नाली निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग- पूर्व पंचायती ग्राम सभाओं में हुए नाली निर्माण और फर्जी बिल अनियमितताओ की जॉच के लिए सुशासन में आवेदन किया गया था। जिसपर कोई कार्यवाही नही हुई है। इसकी सघन जांच के लिए आवेदन किया गया।

खास बात:
ग्रामीणों ने बताया कि शिविर की सूचना उन्हें मात्र एक दिन पहले ही मिली, जिसके कारण जंगल व दूरस्थ क्षेत्रों के कई ग्रामीण शिविर में शामिल नहीं हो सके। जनप्रतिनिधियों ने इस पर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया कि भविष्य में ग्रामीणों को पूर्व सूचना देकर उनकी अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
इस शिविर में शामिल प्रमुख जनप्रतिनिधि:
सरपंच कलेशिया- शिवमान खुशरो (खोंगसरा)
जनपद सदस्य कांति बलराम मरावी
सरपंच अनिता संजय सिंह
सरपंच रवि नेटी
जनप्रतिनिधि संगीता सम्मार सिंह
उपसरपंच प्रीतम चौधरी
सहित अन्य कई ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर के निर्देशानुसार सभी विभाग प्रमुख अपने-अपने स्टॉल और दस्तावेजों के साथ समय पर उपस्थित रहे।