
रायपुर, छत्तीसगढ़ — राजधानी रायपुर में लगातार बढ़ते ट्रैफिक और यातायात अव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने मिलकर समीक्षा और निरीक्षण अभियान चलाया। रायपुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से शहर के विभिन्न व्यस्त चौराहों और प्रमुख मार्गों का दौरा किया।
प्रमुख स्थानों का निरीक्षण और सुधार की योजना
कलेक्टर और एसपी ने सबसे पहले जयस्तंभ चौक, मालवीय रोड, फाफाडीह और तेलीबांधा जैसे ट्रैफिक हॉटस्पॉट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सड़कों की चौड़ाई, पार्किंग की स्थिति, ट्रैफिक सिग्नल की कार्यप्रणाली और अव्यवस्थित वाहनों के कारण होने वाली दिक्कतों का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि कई स्थानों पर अवैध पार्किंग और फुटपाथ पर अतिक्रमण के कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इन समस्याओं को तत्काल प्रभाव से हल करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए।
यातायात सुधार के लिए बनाई गई रणनीति
- अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई: जिन क्षेत्रों में दोपहिया और चारपहिया वाहन अवैध रूप से पार्क किए जाते हैं, वहां नियमित निगरानी के आदेश दिए गए हैं।
- अतिक्रमण हटाओ अभियान: फुटपाथ और सड़कों पर कब्जा कर रखे व्यापारियों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
- सिग्नल और CCTV की व्यवस्था: कई जगहों पर सिग्नल खराब पाए गए, उन्हें ठीक करने और CCTV कैमरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
- जनजागरूकता अभियान: लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
कलेक्टर गौरव कुमार सिंह का दृष्टिकोण:
कलेक्टर ने बताया कि “हमारा लक्ष्य केवल ट्रैफिक को नियंत्रित करना नहीं बल्कि एक ऐसा सिस्टम तैयार करना है जिसमें हर नागरिक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा कर सके।”
जनता से अपील
अधिकारियों ने शहरवासियों से अपील की है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें, सड़क पर अनुशासन बनाए रखें और प्रशासन का सहयोग करें, जिससे रायपुर को एक ट्रैफिक फ्रेंडली शहर बनाया जा सके।